देहरादून: गर्मी शुरू होते ही राजधानी में पेयजल संकट गहराने लगा है। उपभोक्ताओं के साथ-साथ जल संस्थान भी पानी की बूंद-बूंद बचाने के प्रयास में जुटा है। लेकिन इन दिनों पाइपलाइन लीकेज के साथ पानी की बर्बादी के मामले सामने आ रहे हैं।
जल संस्थान ने पानी की बर्बादी करने वालों के खिलाफ शिकंजा कसा है। दक्षिणी जल संस्थान की टीम अभियान चला कर घर-घर में लीकेज की जांच करेगा। यदि किसी घर में पानी का लीकेज मिलता है तो उपभोक्ता को नोटिस दे कर उसका कनेक्शन काटा जाएगा।
पूरे प्रभाग में पेयजल के 52 हजार कनेक्शन
दक्षिणी जल संस्थान प्रभाग से दिलाराम चौक क्षेत्र, झंडा चौक और धर्मपुर जोन के लिए पानी की सप्लाई की जाती है। पूरे प्रभाग में पेयजल के करीब 52 हजार कनेक्शन हैं। लेकिन अधिकांश घरों की टंकियों में लगे फ्लोटिंग वाल्व खराब हैं और दिनभर पानी की बर्बादी होती है।
इसके अलावा घरों के कनेक्शन के लिए आई अधिकांश पाइपलाइन लीकेज हैं। जिससे पानी आने के दौरान वह सड़कों पर बहता है। विभागीय अधिकारियों ने कई बार ऐसे उपभोक्ताओं को फ्लोटिंग वाल्व और पाइपलाइन बदलवाने का निर्देश दिया। लेकिन उपभोक्ता इसे गंभीरता से नहीं ले रहे है।
अधिशासी अभियंता आशीष भट्ट ने बताया कि रोजाना टीम अपने-अपने क्षेत्र में पानी के लीकेज की जांच करेगी। जिस उपभोक्ता के घर से पानी बहता हुआ मिला तो उसे 15 दिन के भीतर लीकेज दुरुस्त कराने का नोटिस दिया जाएगा। इसके बावजूद लीकेज बंद नहीं हुआ तो उपभोक्ता का कनेक्शन काटा जाएगा।