जंगल में आग लगाने के आरोप में अब तक 421 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसमें 64 ज्ञात और 357 अज्ञात मामले शामिल हैं।
प्रदेश में गढ़वाल से कुमाऊं तक सात जगह जंगल धधके। गढ़वाल में वनाग्नि की छह और कुमाऊं में एक घटना हुई है। आग से 8.9 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। इसे मिलाकर राज्य में वनाग्नि की घटनाएं बढ़कर 1075 हो गई हैं।
अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, तराई पूर्वी वन प्रभाग के आरक्षित वन क्षेत्र में एक, मसूरी वन प्रभाग में चार और लैंसडौन वन प्रभाग में आग की दो घटनाएं हुई हैं।
इसे मिलाकर गढ़वाल में अब तक 410 और कुमाऊं में 576 वनाग्नि की घटनाएं हो चुकी हैं, जबकि वन्य जीव क्षेत्र में 89 घटनाएं हुई। अपर प्रमुख वन संरक्षक के मुताबिक, जंगल में आग लगाने के आरोप में अब तक 421 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसमें 64 ज्ञात और 357 अज्ञात मामले शामिल हैं।
जयहरीखाल महाविद्यालय परिसर तक पहुंची आग