पूर्व सीएम हरीश रावत की पोस्ट से सियासी हलचल,चर्चाओं का बाजार हुआ गर्म।
उत्तराखंड-पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। उनके पोस्ट से उत्तराखंड से लेकर दिल्ली तक चर्चाओं के बाजार गर्म हो गए हैं। हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उत्तराखंड भाजपा में किसी बड़े बदलाव की ओर इशारा किया है। हरदा के एक पोस्ट ने सूबे की सियासत गरमा दी है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि “बहुत दिनों बाद दिल्ली आया तो सेंट्रल हॉल में अपने पुराने दोस्तों को खोजने चला गया, पत्रकार भी मिल जाते हैं और राजनीतिक कलाकार भी मिल जाते हैं, तो काफी और टोस्ट का आनंद लेते मुझे बड़ी चौकाने वाली बात सुनाई दी। बोले भई तुम्हारे सांसदगण तो यहां बड़ा दबाव डाल रहे हैं और ये एक खग्गाड़ पुराने भाजपाई से सुनकर मैं बड़ा चौंका। खैर आगे मैंने और कुरेदने की कोशिश की तो उन्होंने इधर-उधर बातें बहला दी। मैंने सोचा शायद इससे ज्यादा नहीं कहना चाहते, मैं इंतफाक से जो है प्रेस क्लब भी चला गया। वहां बहुत सारे लोग मिले, कुछ हमारे पहाड़ी पत्रकार बंधु भी मिले। जो आजकल भाजपा के गुणगान में लगे हुए हैं तो उनसे कुरेदते-कुरेदते पता चला कि कुछ उज्याड़ू बल्द अब यहां तक भाजपा में जम और रम गए हैं कि वो बड़ी तमन्नाएं रखने लग गए हैं तो मुझे दोनों जगह सूंघने पर लगा कि कुछ न कुछ है, अब क्या है भगवान जाने? और यूं भी नीचे परिवर्तन करते रहो और ऊपर जमे रहो, ये भाजपा का राजनीतिक मंत्र है।”
भाजपा में सबकुछ ठीक नहीं – हरदा⤵️
हरदा ने अपनी पोस्ट में दावा किया है कि उत्तराखंड भाजपा में सबकुछ ठीक नहीं है। उन्होंने सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट में दावा किया है कि बीजेपी में ऐसी खिचड़ी पक रही है जो कि सरकार के लिहाज से ठीक नहीं है। हालांकि उन्होंने ये भी लिखा है कि क्या खिचड़ी पक रही है वो तो भगवान ही जानें।
हरदा के पोस्ट से उत्तराखंड में सियासी उबाल⤵️
हरदा की पोस्ट के बाद से उत्तराखंड की राजनीति में सियासी उबाल देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही प्रदेश में चर्चाओं के बाजार गर्म हैं। कई लोग इसे उत्तराखंड में किसी बड़े परिवर्तन से जोड़ कर देख रहे हैं। हरदा की पोस्ट के बाद से सवाल तो कई उठ रहे हैं लेकिन सबसे बड़ा सवाल जो उठ रहा है वो है कि क्या भाजपाई सांसद सीएम धामी के खिलाफ हैं ?