*उत्तराखंड पुलिस ने जागरूकता बढ़ाने के लिए शुरू की “उत्तराखण्ड साइबर कॉमिक्स”*
*उत्तराखंड पुलिस इस नई पहल के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने वाला भारत का पहला राज्य है*
*कॉमिक्स काल्पनिक चरित्र Super Cop Chakresh के काम पर आधारित होगी। (“चक्रेश की कहानियाँ “)*
*हर सोमवार को कॉमिक्स को प्रकाशित किया जायेगा।*
माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के निर्देशो के क्रम में प्रदेश के निवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा जनता से ठगी करने वालो पर सख्ती कार्यवाही एवं सोशल मीडिया पर निगरानी रखते हुए पुलिस महानिदेशक द्वारा एसटीएफ व साइबर पुलिस को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिये गये है ।
*वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री आयुष अग्रवाल स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखण्ड* द्वारा स्वंय साइबर थाने पर साइबर अपराध के अतिरिक्त सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी जा रही है। उन्होंने अधिकतम साइबर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया और Cyber Crime Police Stations को निर्देश दिए गए ।
साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है जहां अपराधी नवीन कार्य-पद्धति अपना रहे हैं और लोगों को धोखा देने के लिए नए तरीके खोज रहे हैं। उत्तराखंड पुलिस देश भर से अपराधियों को गिरफ्तार कर रही है और विशेष कार्य बल, देहरादून स्थित अपने राज्य नियंत्रण कक्ष 1930 के माध्यम से जनता का करोड़ों का धन भी बचा रही है।
पिछले कुछ महीनों में अपराधियों ने लोगों को धोखा देने और घोटाले करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड के साइबर क्राइम थाना पुलिस अलर्ट बढ़ाने के लिए नियमित आधार पर राष्ट्रीय साइबर एडवाइजरी जारी कर रही है। यूट्यूब से जुड़ी एडवाइजरी जैसे सब्सक्राइब घोटाला, नाइजीरियन फ्रॉड, एआई बेस्ड वॉयस क्लोनिंग फ्रॉड, मैक्स अस्पताल फर्जी एपीआई आदि कई एडवाइजरी अतीत में जारी की गई हैं।
*उत्तराखंड पुलिस अब अपने “उत्तराखंड साइबर कॉमिक्स” के माध्यम से* राज्य और देश के कोने-कोने तक पहुंचने के लिए एक नये सोच विचार के साथ प्रस्तुत है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित पहली ऐसी पहल है। डिप्टी एसपी साइबर अंकुश मिश्रा एआई (Artificial Intelligence) आधारित कार्टून तैयार कर रहे हैं और अपनी टीम के साथ इन कॉमिक्स को विकसित करने में मदद कर रहे हैं।
कॉमिक्स काल्पनिक कहानियों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगी और *काल्पनिक चरित्र “सुपरकॉप चक्रेश”* के आसपास घूमेगी जो अपनी टीम के साथ साइबर अपराध से लड़ने जा रही है। यह अपराधियों के तरीकों को उजागर करेगा, जागरूकता बढ़ाएगा और लोगों को इस कॉमिक्स से जुड़ने के लिए भी रोमांचक तरीके से प्रेरित करेगा। “उत्तराखंड साइबर कॉमिक्स” को विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुपों के माध्यम से प्रसारित किया जाएगा और साइबर क्राइम थाने के सोशल मीडिया पेजों के माध्यम से भी प्रदर्शित किया जाएगा।
*वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड* द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व पार्ट टाईम जॉब कर अधिक लाभ कमाने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी प्रकार के ऑनलाईन वर्क फ्रॉम होम / पार्ट टाईम जॉब हेतु एप्लाई करने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें। कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें ।