प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता राजकुमार राव और उनकी अभिनेत्री धर्मपत्नी पत्रलेखा स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंचे। जहां उन्होंने परमार्थ गंगा आरती और अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में प्रतिभाग किया। साथ ही सात्विक भोजन और उत्तराखंड के मिलेट्स का आनंद भी लिया।राजकुमार राव ने कहा कि वह परमार्थ की गंगा आरती में सम्मिलित होने आए थे। लेकिन यहां योग का महोत्सव चल रहा है। जिसके चलते अब वह भी विश्व के 75 देशों से आए साधकों के साथ योग की विधाएं सीख रहे हैं। कहा कि इतने देशों के लोगों का विश्वास जीतना, उन्हें सुरक्षित रूप से एक सप्ताह तक प्रेम से रखना अद्भुत है।
उन्हें भारतीय ज्ञान, योग, ध्यान और संस्कृति के दर्शन कराना वास्तव में भारतीय संस्कृति की सबसे बड़ी सेवा है। यहां पर विदेशी संस्कृति को जीने वाले लोग मिलकर बिना किसी शिकायत के प्रेम से योग कर रहे हैं, ध्यान लगा रहे हैं, भारतीय परंपरा और परिधानों का आनंद ले रहे हैं। कहा कि वास्तव में जो हम पर्दे पर फिल्मों के माध्यम से दिखाने की कोशिश करते हैं, उस शांति, प्रेम और सद्भाव को लोग यहां जी रहे हैं।अभिनेत्री पत्रलेखा ने कहा कि परमार्थ गंगा आरती का दो दिनों का अनुभव अद्भुत रहा। वह आगामी अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में पूरे सात दिन प्रतिभाग करने का प्रयास करेंगी। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने दोनों कलाकारों को फिल्मों के माध्यम से भारतीय संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रसारित करने के लिए प्रेरित किया। साथ ही उन्हें रुद्राक्ष का पौधा भेंट कर अभिनंदन किया।