उधमसिंह नगर : सितारगंज नानकमत्ता कारसेवा बाबा तरसेम सिंह हत्याकाण्ड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस हत्याकाण्ड को अंजाम देने की साजिश में शामिल चार लोगों को पुलिस ने शाहजहांपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। वहीं बुधवार को नानकमत्ता थाने में हत्याकांड को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए एसएसपी डा. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि आरोपियों के मदमदगारों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
एसएसपी ने गिरफ्तार संदिग्धों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हत्याकांड सोची समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया है।हत्याकांड में सहायता करने वाले 04 आरोपियों को मय दो वाहन (कार) के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर विभिन्न राज्यों में दर्जनों से भी अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
दोनो शूटर पिछले 19 मार्च को नानकमत्ता आ चुके थे और रीठा साहिब तक रेकी की गई। अमनदीप को बहला फुसलाकर अपने साथ ले गये और बाबा की रेकी की गई।बाबा तरसेम के दिनचर्या की सूचना रोजाना दी जाती थी। दोनो आरोपी एक बार शहजहापुर, एक बार बाजपुर जाकर पैसे लाते है और फिर हथियार व अन्य गाईडेंस लेने जाते थे।
सभी गतिविधियां सीसीटीवी में कैद हो गई है। दोनो शूटर 14 मार्च को मुख्य हैंडलर शहजहापुर निवासी युवराज सिंह के पास गये थे। दोनो शूटरों को 60 हजार रूपये दिये जाते है।
इसके बाद एक और साथी के पास जाते है दो नये कीपैड फोन और सिम खरीदते हैं। मोबाईल फोन दिलाने वाले को हिरासत में लिया गया है। एसएसपी ने बताया कि बाबा तरसेम सिंह की सम्पत्ति को कब्जाने के लिए शडयंत्र रचा गया है।
एसपी मंजूनाथ टी सी ने बताया बीते 28 मार्च की सुबह 6:30 बजे नानकमत्ता गुरुद्वारा डेरा कर सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की दो अज्ञात हमलावर द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिसके खुलासे के लिए टीमों का गठन कर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में दबिश दी जा रही थी. साथ ही इस वारदात में अन्य कौन कौन शामिल है इसकी जांच की जा रही थी।
डेरा सेवादार भी हत्या में था शामिल
वहीं सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों के सहयोगियों को पकड़ने में पुलिस टीम ने बड़ी सफलता हासिल की. जिसमे घटना में शामिल जिन्होंने आरोपियों को शरण दी और घटना को अंजाम देने के दौरान स्थानीय डेरा सेवादार जिसके द्वारा आरोपियों को बाबा तरसेम सिंह के बारे में पूरी जानकारी दी गई. साथ ही तीन अन्य आरोपियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
वहीं मुख्य दोनो आरोपियों पर एक एक लाख का इनाम घोषित किया गया है. पकड़े गए आरोपी उत्तरप्रदेश शाहजहापुर तथा पीलीभीत जिले के है. सभी आरोपियों का अपराधिक रिकॉर्ड हैं. मुख्य आरोपी जिसने घटना को अंजाम दिया वह पंजाब का सर्वजीत सिंह और अमरजीत सिंह हैं जिनके ऊपर लगभग 15 से अधिक मुकदमे दर्ज है. घटना को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपियों की सहायता के लिए उपयोग की गई कार को भी पुलिस ने कर लिया है।