पूर्व सीएम हरीश रावत द्वारा अपनी फेसबुक में लिखी गई पोस्ट—-
देहरादून: माननीय अरविंद केजरीवाल जी ने एक बड़ी दिलचस्प बहस देश में छोड़ दी है, माननीय नरेंद्र मोदी जी ने और उनके दिशा निर्देशन में समस्त भाजपा ने एक लाइन खींची की भाजपा के जो भी नेतागण 75 साल से ज्यादा की उमर के हो जाएंगे वो मार्ग दर्शक मंडल में आजाएंगे या वो राजनीति के अंदर सामाजिक जीवन की बात करने लग जायेंगे, सामाजिक जीवन में राजनीति से हटकर के भाजपा के दिन प्रतिदिन की राजनीति से हटकर के काम करेंगे और ऐंसा हम देख भी रहे है।
डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी जी में अब भी काफी क्षमता बाकी है, आडवाणी जी जरूर मार्गदर्शक मंडल में जाने के बाद थोड़े बूढ़े से हो गए है और दूसरे भी कही नेतागण है जो बिलकुल पृष्टभूमि में चले गए है बल्कि हमारे राज्य के माननीय भगत सिंह कोश्यारी जी उनकी टांगों में अभी भी काफी ताकत है, वो भी प्रचार करते फिर रहे है की मैं भी सक्रिय राजनीति से हट गया हूं, बल्कि वो दूसरों को भी सक्रिय राजनीति से हटने की राय देते रहते है।
तो माननीय नरेंद्र मोदी जी ने एक मापदंड बना दिया, एक मानक बना दिया 75 साल का। जब वो 75 साल के होंगे तो वो मानक रहेगा या नही रहेगा ये एक अहम प्रश्न है यूं जनता उनको इस परीक्षा से बचाने की ठान चुकीं है इस चुनाव में परिवर्तन आ रहा है तो मोदी जी के सामने ये दुविधा जनता ही हटा देने वाली है और
माननीय मोदी जी जिस तरीके से बोराए बोराए बयान दे रहे है, कभी कह रहे है की आपकी भैंस को कांग्रेस दूसरे के घर पर बांध देगी, कभी मंगलसूत्र ले आ रहे है, कभी विरासत ले के आ रहे है, कभी शहजादे ले आ रहे है। ये जो वो उखड़े उखड़े से बयान दे रहे है मोदी जी तो उससे भी साफ झलक रहा है की परिवर्तन आ रहा है , उसका आभास प्रधानमंत्री मोदी जी को हो गया है।