देहरादून: पौड़ी व टिहरी लोकसभा की 12 विधानसभा के 14 हजार से अधिक मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया। इन दोनों लोकसभा के पौड़ी, चमोली रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, टिहरी व देहरादून जिले के 29 बूथ में 10 पर मतदान का पूर्ण बहिष्कार किया गया।
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक विधानसभा क्षेत्र पौड़ी, यमकेश्वर, चौबट्टाखाल, थराली, कर्णप्रयाग, केदारनाथ, पुरोला, गंगोत्री प्रताप नगर, धनोल्टी, मसूरी, चकराता के 14562 मतदाताओं में 481 ने मत डाले। इनमें भी करीब 54 EDC ने मताधिकार का प्रयोग किया।
गौरतलब है कि इन क्षेत्रों में करीब 20,500 से अधिक जनसंख्या लम्बे समय से सड़क,पुल, डामरीकरण की मांग को लेकर आंदोलित हैं।
बीते कई सालों से धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों को अपना गुस्सा भी दिखाया। हालांकि, प्रशासन ने इन ग्रामीणों को मतदान केलिए मनाने की कोशिश भी की। लेकिन मतदाताओं ने मतदान केंद्र का रुख करने से परहेज किया।
इधर,निर्वाचन आयोग का भी मतदान जागरूकता कार्यक्रम मुख्य तौर पर शहरी इलाकों तक ही सीमित रहा। मीडिया व जमीनी स्तर पर व्यापक प्रचार प्रसार की भारी कमी देखी गयी।
शैक्षणिक संस्थाओं व सरकारी कर्मचारियों को शपथ दिलवा कर 75 प्रतिशत मतदान का नारा दे डाला। लेकिन ग्रामीण इलाकों की बरसों बरस से जायज समस्याओं को समय रहते नहीं सुलझाया गया।
उत्तराखण्ड में इस बार मतदान प्रतिशत 2019 के मुकाबले काफी गिरा है। राजनीतिक दलों के अलावा सरकारी अमले के लिए पर्वतीय राज्य वोटर की उदासीनता एक गम्भीर खतरे की ओर भी इशारा कर रही है।