हल्द्वानी। राज्य सहकारी बैंक का 15 करोड़ रुपये लोन नहीं चुकाने पर बैंक प्रबंधन ने प्रेम सिनेमा के पास स्थित मॉल की पांच दुकानों को सील कर दिया। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में हुई कार्रवाई के दौरान बैंक अधिकारियों की दुकान पर काबिज लोगों से झड़प भी हुई लेकिन बैंक ने दुकानों को सील कर मॉल कब्जे में ले लिया। इसके अलावा कर्जधारक की अन्य संपत्तियां भी जब्त की गईं। कर्ज नहीं चुकाने पर संपत्तियों की नीलामी की जाएगी।
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, मैसर्स गोल्ज्यू इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा.लि. के मालिक धनंजय गिरी ने वर्ष 28 दिसंबर 2015 को पांच करोड़ रुपये का सीसी लोन और 30 सितंबर 2016 को दस करोड़ रुपये का लोन लिया था। लोन मिलने पर धनंजय ने प्रेम सिनेमा के पास मॉल बनाना शुरू किया तो बैंक ने धीरे-धीरे कर टर्म लोन के दस करोड़ रुपये भी जारी कर दिए। कुछ समय धनंजय ने बैंक की किश्तें जमा कीं लेकिन वर्ष 2017 में कर्ज चुकाना बंद कर दिया। यह धनराशि ब्याज सहित 20 करोड़ रुपये हो गई। इस बीच धनंजय ने बैंक में बंधक मॉल की दुकानों का सौदा कर दिया। बैंक अधिकारियों को इसकी सूचना मिली तो जांच में पता चला कि धनंजय ने 30 व्यापारियों को 10 से 20 लाख रुपये लेकर दुकानें बेची हैं।
इस मामले में राज्य सहकारी बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक की शिकायत पर धनंजय गिरी के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी। इधर, गुरुवार को राज्य सहकारी बैंक प्रबंधन, तहसीलदार संजय कुमार व भारी पुलिस बल के साथ मॉल में पहुंचे। इस दौरान बैंक अधिकारियों ने व्यापारियों से दुकानें खाली करने को कहा तो वे भड़क गए। दोनों पक्षों में तीखी झड़प हुई। व्यापारियों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया लेकिन पुलिस बल के सामने उनकी एक नहीं चली। बैंक ने दुकानें सील कर पूरा मॉल कब्जे में ले लिया। बैंक ने मॉल के बाहर राज्य सहकारी बैंक की संपत्ति के कब्जे का बोर्ड चस्पा कर दिया है। इस पूरी कार्यवाही के दौरान महाप्रबंधक मुकेश माहेश्वरी, दीपक कुमार आदि मौजूद थे।
मॉल के अलावा ये संपत्तियां भी हुई बैंक की
राज्य सहकारी बैंक के महाप्रबंधक मुकेश माहेश्वरी ने बताया कि प्रेम सिनेमा के पास बन रहे मॉल में पांच, दुर्गा सिटी सेंटर में एक दुकान, जयदेवपुर में दो व बिठौरिया नंबर एक में प्लॉट को कब्जे में लिया गया है।
वेतन का किया बैंक ने भुगतान
बैंक को मॉल कब्जे में लेने के लिए दो लाख रुपये से ज्यादा खर्च करने पड़ गए। बैंक अधिकारियों के अनुसार कब्जा लेने की प्रक्रिया में लगे पुलिस, प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारियों के एक-एक दिन के वेतन का करीब 2.65 लाख रुपये का भुगतान करना पड़ा।
राज्य सहकारी बैंक का 15 करोड़ रुपये कर्ज नहीं चुकाने पर मॉल को राज्य सहकारी बैंक ने कब्जे में ले लिया है। जिन दुकानदारों के साथ धोखाधड़ी हुई है वे कर्जधारक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं- संजय कुमार, तहसीलदार, हल्द्वानी।